तपः एकैकं पठनं द्वाभ्यां
गायनं त्रिभिः नृत्यं चतुर्भिः
अर्थात
तपस्या करने के लिए एकांत की जरुरत होती है।
पढ़ने के लिए २ छात्रों की जरुरत होती है
अगर कोई गायन कार्यक्रम है तो वह न्यूनतम ३ व्यक्ति में हो सकता है।
नृत्य के लिए एक और व्यक्ति की जरुरत है।
अब उपरोक्त श्लोक से स्पष्ट है की आपको अध्ययन के लिए कोई सही सहपाठी मिल जाता है तो यह अधिक फलदायी है।
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