वर्ल्ड मैप में अखंड भारत क्यों नहीं? — British Indian Territory सही है तो अखण्ड भारत भी सही है

 आज जब हम किसी गेम, वेबसाइट या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर World Map Selection देखते हैं, तो वहाँ “British Indian Territory” जैसे विकल्प अब भी दिखाई देते हैं।

यह आश्चर्यजनक है, क्योंकि ब्रिटिश साम्राज्य आज मात्र कुछ द्वीपों तक सिमट कर रह गया है, फिर भी उसके औपनिवेशिक अतीत को वैश्विक मंचों पर मान्यता प्राप्त है।

यदि इतिहास को इस प्रकार संरक्षित किया जा सकता है, तो यह प्रश्न स्वाभाविक है कि भारत के सभ्यतागत इतिहास को समान दृष्टि से क्यों नहीं देखा जाता?

भारत का एक समय अखंड भारत के रूप में अस्तित्व था—
एक ऐसा भूभाग जो आज के भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका और म्यांमार तक फैला हुआ था। यह केवल राजनीतिक सत्ता नहीं थी, बल्कि साझा संस्कृति, दर्शन, धर्म, भाषा और जीवन-पद्धति से जुड़ी एक सभ्यता थी।



अखंड भारत कोई आधुनिक राजनीतिक कल्पना नहीं, बल्कि
📜 इतिहास,
📖 पुराण,
🗺️ विदेशी यात्रियों के विवरण
और संस्कृतिक एकरूपता द्वारा प्रमाणित वास्तविकता है।

जब विश्व ब्रिटिश साम्राज्य के अतीत को “टेरिटरी” के रूप में स्वीकार कर सकता है, तो भारत की सभ्यतागत एकता को ऐतिहासिक विकल्प के रूप में दिखाने में संकोच क्यों?

यह माँग किसी देश की सीमाओं को बदलने की नहीं, बल्कि
👉 इतिहास को सही संदर्भ में प्रस्तुत करने की
👉 आत्मसम्मान और स्मृति को जीवित रखने की
👉 आने वाली पीढ़ियों को उनके मूल से जोड़ने की है।

अखंड भारत की अपेक्षा रखना हमारा अधिकार है, आग्रह नहीं।

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